Information hindi | By Admin | May 20, 2025
"माँ, मैं जल्दी लौटूंगा..."
कर्तव्य पथ पर बढ़ते हुए जब उन्होंने यह शब्द कहे होंगे, तब शायद किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि यह उनकी आखिरी विदाई होगी।
🗓️ 24 फरवरी 2025— राजस्थान की धरती पर जब एक वीर सपूत ने प्राणों की आहुति दी, तो सिर्फ उनका परिवार ही नहीं, पूरा समाज, प्रशासन और नवोदय परिवार शोक में डूब गया। हमने खो दिया "युवाओं के प्रेरणास्रोत, बहुमुखी प्रतिभा के धनी एवं एक ईमानदार अधिकारी" श्री किशोर कुमार रांगी (वर्तमान क्षेत्रीय वन अधिकारी ग्रेड प्रथम)।
उनकी संघर्षमयी यात्रा, उनकी उपलब्धियाँ और उनका समर्पण—इन सबको शब्दों में समेटना कठिन है, लेकिन यह हमारा कर्तव्य है कि हम उनके गौरवशाली जीवन को आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाएँ।
📍 जवाहर नवोदय विद्यालय, जोजावर (पाली) से स्कूली शिक्षा पूरी कर अपनी विलक्षण प्रतिभा का परिचय दिया।
🏆 2008 में स्नातक पूरा करने के साथ ही उन्होंने पटवारी एवं ग्रामसेवक दोनों परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की, जिसमें उन्होंने ग्रामसेवक पद को जॉइन किया।
📊 2013-14 में सहायक लेखाधिकारी ग्रेड सेकंड पर चयनित हुए और 2017 तक इस पद पर कार्य किया, लेकिन उनका सपना इससे भी बड़ा था—IAS बनने का सपना।
📚 नौकरी छोड़कर दिल्ली पहुँचे, जहाँ उन्होंने 4 बार IAS MAINS और 7 बार RAS MAINS तक पहुँचकर अपनी काबिलियत साबित की।
📖 हाल ही में उन्होंने बिना किसी तैयारी के RAS PRE-2024 परीक्षा सिर्फ अपने अनुभव के बल पर उत्तीर्ण की।
🎯 2019 में उत्कर्ष क्लासेज में UPSC मेंटर के रूप में कार्य किया और हजारों विद्यार्थियों के मार्गदर्शक बने।
🏅 इसी दौरान NET-JRF (History) क्वालिफाई किया और JNVU जोधपुर से PhD शुरू की।
🌿 2022 में ACF भर्ती परीक्षा में चयन, जिसके बाद PhD को छोड़कर उन्होंने वन अधिकारी के रूप में कार्यभार संभाला।
✨ 2022 उनका स्वर्णिम वर्ष था। उन्होंने पटवारी, ग्रामसेवक, प्रथम श्रेणी इतिहास प्रवक्ता और ACF सहित जितनी भी परीक्षाएँ दीं, सभी में सफलता प्राप्त की।
🎶 वे केवल प्रशासनिक सेवाओं में ही मेधावी नहीं थे, बल्कि संगीत, पाककला और साहित्य में भी पारंगत थे।
⏳ 24 फरवरी 2025, शाम 5:30 बजे – जब वे अपने कर्तव्य का पालन कर रहे थे, तब अवैध बजरी माफियाओं ने उन पर कायरतापूर्ण हमला किया।
🚩 वे पीछे हट सकते थे, समझौता कर सकते थे, लेकिन एक सच्चा योद्धा कभी अपने कर्तव्य से नहीं डिगता।
💔 उन्होंने अंतिम सांस तक अपने दायित्व का निर्वहन किया और वीरगति को प्राप्त हुए।
🇮🇳 25 फरवरी 2025 – उनके पैतृक गाँव रानी, पाली में उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। उनकी अंतिम यात्रा में उपखंड प्रशासन, पुलिस अधिकारी, वन विभाग के अधिकारी और हजारों लोग उमड़ पड़े।
"मैं जला हुआ राख नहीं, शाश्वत प्रदीप्त अमरदीप हूँ,
जो मिट गया वतन पर, मैं वो शहीद हूँ।"
🚀 वे सिर्फ एक अधिकारी नहीं थे, वे एक विचार, एक आदर्श और एक प्रेरणा थे।
🔥 उनका बलिदान सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि एक आंदोलन बनना चाहिए। जब तक इस धरती पर ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा और न्याय के लिए लड़ने वाले लोग मौजूद हैं, किशोर रांगी सर अमर रहेंगे।
💐 वीर शहीद किशोर रांगी अमर रहें!
🙏 शत-शत नमन! सादर श्रद्धांजलि!! 💐🚩