Information hindi | By Admin | Nov 24, 2025
क्या आप जानते हैं इसका नाम?**
भारत विविधताओं का देश है — यहाँ हर 50 किलोमीटर पर भाषा, संस्कृति और खाना बदल जाता है। लेकिन इस विशाल देश में एक ऐसा शहर है, जो पूरी दुनिया से अलग अपनी अनोखी पहचान रखता है…
दुनिया का एकमात्र “100% Pure Vegetarian City”
जी हाँ—इस शहर की सीमाओं में अंडा, मांस, मछली क्या… कच्चा अंडा तक नहीं मिल सकता!
यहाँ तक कि होटल-रेस्टोरेंट में non-veg पकाना भी कानूनी रूप से प्रतिबंधित है।
और यह शहर है — पलिताना, गुजरात के भावनगर जिले में स्थित।
🌿 पलिताना क्यों है पूरी तरह शाकाहारी?
पलिताना दुनिया के सबसे पवित्र जैन तीर्थस्थलों में से एक है।
यहाँ हजारों साधु-संत, तपस्वी और भक्त अहिंसा के सिद्धांतों का पालन करते हैं।
2014 में लगभग 200 जैन साधुओं ने ऐतिहासिक हंगर स्ट्राइक की, क्योंकि उनके अनुसार:
> “जहाँ अहिंसा का मंदिर है, वहाँ जीव हत्या का व्यापार नहीं होना चाहिए।”
उनकी शांतिपूर्ण लेकिन दृढ़ मांगों का असर इतना शक्तिशाली था कि:
👉 लगभग 250 butcher shops हमेशा के लिए बंद कर दिए गए
👉 अंडा, मांस, मछली की बिक्री और पकाने पर पूर्ण प्रतिबंध लग गया
👉 पूरे शहर को आधिकारिक रूप से PURE VEGETARIAN घोषित कर दिया गया
यह दुनिया में अपनी तरह का पहला निर्णय था।
🍽️ शाकाहार का स्वर्ग — Mouth-Watering Veg Cuisine!
Non-veg के प्रतिबंध के बाद पलिताना में:
सैकड़ों pure-veg restaurants खुले
गुजराती थाली, जैन भोजन, खाखरा, ढोकला, फाफड़ा, हांडवो जैसी स्वादिष्ट डिशेज़ की बाढ़ आ गई
शहर “शाकाहार प्रेमियों का तीर्थ” बन गया
यहाँ का खाना इतना विविध है कि लोग कहते हैं:
“Non-veg भूल जाओ, एक बार पलिताना का खाना चख लिया तो जिंदगी भर याद रहेगा!”
🛕 पलिताना का आध्यात्मिक वैभव
यहाँ स्थित शत्रुंजय पहाड़ियों पर 3,000 से अधिक भव्य जैन मंदिर हैं
दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु हर वर्ष दर्शन करने आते हैं
यह स्थान जैन धर्म में मोक्षभूमि माना जाता है—अत्यंत पवित्र
इसलिए पूरे शहर का माहौल शांति, अहिंसा और अध्यात्म से भरा रहता है।
🌍 दुनिया में एकमात्र शहर जहाँ…
✔ Non-veg बेचना मना
✔ Non-veg खाना पकाना मना
✔ अंडे तक नहीं बिकते
✔ पूरा शहर शाकाहार के सिद्धांतों पर चलता है
ऐसा दूसरा उदाहरण पूरी दुनिया में कहीं नहीं मिलता।
🏆 जैन समुदाय की ऐतिहासिक विजय
गुजरात सरकार ने जैन समाज की भावनाओं का सम्मान किया और शहर को आधिकारिक रूप से Veg-Zone बना दिया।
यह कदम न सिर्फ जैन समुदाय के लिए बल्कि अहिंसा और करुणा के वैश्विक संदेश के रूप में इतिहास में दर्ज हो गया।
पलिताना — सिर्फ एक शहर नहीं, अहिंसा और करुणा का प्रतीक है।
यह वह स्थान है जहाँ धर्म, संस्कृति और भोजन — सब मिलकर एक अनोखी पवित्रता की अनुभूति देते हैं।